Technology

Raid 2 Movie

Raid 2 Movie

 

Raid 2 Movie
Raid 2 Movie

Raid 2 Movie: एक्शन, भ्रष्टाचार और देशभक्ति की एक नई दस्तक

“अगर कोई अफसर एक ईमानदार मिशन पर निकले, तो क्या सिस्टम उसका साथ देगा?

क्या एक छापा सिर्फ एक कार्रवाई होती है, या उस छापे के पीछे छिपी होती है सच्चाई की पुकार?

आज हम बात करेंगे ‘Raid 2’ की – एक ऐसी फिल्म जो न सिर्फ एक्शन का बवंडर है, बल्कि सिस्टम से सवाल पूछने की हिम्मत भी रखती है।”

Highlights

  • पिछली कहानी की झलक – ‘Raid (2018)’

  • Raid 2 – नई कहानी, नया मिशन

  • किरदारों की गहराई – अभिनय की शक्ति

  • निर्देशन और स्क्रीनप्ले

  • कुछ शानदार डायलॉग्स
  • रियल इवेंट्स से प्रेरणा

  • टेक्निकल पहलू

  • सोशल मैसेज और इम्पैक्ट
  • बॉक्स ऑफिस
  • ओपनिंग
  • पब्लिक रिव्यू
  • क्रिटिक्स रिव्यू
  • भविष्य की झलक – क्या आएगा Raid 3?
  • Conclusion – स्क्रिप्ट एंड नोट

पिछली कहानी की झलक – ‘Raid (2018)’

2018 में रिलीज हुई अजय देवगन स्टारर ‘Raid’ ने दर्शकों को चौंका दिया था। एक ईमानदार इनकम टैक्स ऑफिसर, अमय पटनायक, जिसने लखनऊ के ताकतवर राजनेता रामेश्वर सिंह के घर पर छापा मारकर कानून के सामने भ्रष्टाचार को नंगा किया था।

फिल्म की खासियत थी उसकी रियल-लाइफ इंस्पायर्ड स्टोरी, जिसमें 1981 में उत्तर प्रदेश में पड़े भारत के सबसे लंबे इनकम टैक्स रेड की कहानी थी। फिल्म में रोमांच, सस्पेंस और सत्य की लड़ाई ने दर्शकों को बांधे रखा।

Raid 2 – नई कहानी, नया मिशन

‘Raid 2’ एक सीक्वल है, लेकिन यह कहानी पूरी तरह नई है। इस बार अमय पटनायक को ट्रांसफर कर दिया गया है दिल्ली में, जहां उसका सामना होता है देश के सबसे ताकतवर बिल्डर लॉबी, राजनेताओं और अफसरों की मिलीभगत से।

मुख्य प्लॉट:

अमय पटनायक को सूचना मिलती है कि एक बड़े बिल्डर ग्रुप ने हजारों करोड़ का टैक्स चोरी किया है और इन पैसों से नेताओं को फंडिंग की जाती है। अमय के पास है बस 72 घंटे का वक्त – एक रेड मारने के लिए, जो देश की सबसे बड़ी रेड बन सकती है।

लेकिन इस बार सामने हैं –

हाईकोर्ट के स्टे ऑर्डर,

CBI के अंदर मचे सियासी खेल,

और खुद सिस्टम के अंदर बैठे गद्दार।

किरदारों की गहराई – अभिनय की शक्ति

1. अजय देवगन – अमय पटनायक:

इस किरदार में अजय देवगन ने फिर से अपनी गंभीर और दृढ़ भूमिका को निभाया है। शांत चेहरा, तेज नजरें, और कानून के लिए अडिग प्रतिबद्धता – यही है पटनायक का अंदाज़।

2. करक्टर विलेन – विशाल सेठी (नया किरदार):

एक अरबपति बिल्डर, जिसकी राजनीतिक पकड़ इतनी मजबूत है कि दिल्ली की फाइलें उसके इशारे पर हिलती हैं। इस किरदार को निभाया है मनोज बाजपेयी ने – और उन्होंने इस रोल को एकदम असली बना दिया है।

3. सहयोगी कलाकार:

इलियाना डिक्रूज़ फिर से अमय की पत्नी के रोल में भावनात्मक मजबूती लाती हैं।

राजेश शर्मा, एक CBI अफसर के रूप में, कहानी में कई ट्विस्ट लाते हैं।

कुछ नए चेहरे, जैसे कि पत्रकार साक्षी (तापसी पन्नू), जो सिस्टम के खिलाफ स्टोरी को मीडिया में उठाती हैं, कहानी को नई दिशा देते हैं।

निर्देशन और स्क्रीनप्ले

फिल्म के निर्देशक राजकुमार गुप्ता ने एक बार फिर साबित किया कि वह रियलिस्टिक थ्रिलर को किस तरह समाजिक संदर्भ से जोड़ सकते हैं। स्क्रीनप्ले ऐसा लिखा गया है कि हर सीन में सस्पेंस बना रहता है।

कुछ शानदार डायलॉग्स:

“हम छापा मारते हैं, पर डर वहां रहता है जहाँ डराने वाले खुद डर के रहते हैं।”

“देशभक्ति कोई इमोशन नहीं, एक्शन है। और इस बार मेरा एक्शन रेड है।”

रियल इवेंट्स से प्रेरणा

Raid 2 भी एक रियल इवेंट से प्रेरित है – 2014 में दिल्ली और नोएडा में पड़े बिल्डर लॉबी के छापे, जिनमें हजारों करोड़ की अघोषित संपत्ति का खुलासा हुआ था। फिल्म इन घटनाओं को फिक्शनल टच के साथ पेश करती है, जिससे यह अधिक सिनेमाई और प्रभावी बनती है।

टेक्निकल पहलू

सिनेमैटोग्राफी:

दिल्ली की रियल लोकेशंस पर शूट की गई इस फिल्म की लो-लाइट शूटिंग, बारिश में हुई रेड और ऑफिस कॉरिडोर की लम्बी शॉट्स रियलिज्म को उभारते हैं।

बैकग्राउंड स्कोर:

सस्पेंस और थ्रिल को बनाए रखने में बैकग्राउंड म्यूजिक ने कमाल किया है। एक धीमी, लेकिन गंभीर धुन हर बार तब बजती है जब सच्चाई सिस्टम से टकराती है।

एडिटिंग:

फिल्म की एडिटिंग टाइट है – कोई फालतू गाने नहीं, कोई अनावश्यक सीन नहीं। लगभग 2 घंटे 10 मिनट की यह फिल्म दर्शकों को हर समय जोड़े रखती है।

सोशल मैसेज और इम्पैक्ट

‘Raid 2’ सिर्फ एक थ्रिलर नहीं है। यह एक सिस्टम के खिलाफ आवाज है। यह सवाल करती है:

क्या एक ईमानदार अफसर अकेला कुछ बदल सकता है?

क्या भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई कभी खत्म होगी?

फिल्म यह भी दिखाती है कि पत्रकारिता, कानून, और जनता – तीनों अगर मिलकर खड़े हों, तो कोई भी तंत्र हिलाया जा सकता है।

बॉक्स ऑफिस

ओपनिंग:

‘Raid 2’ ने पहले दिन ही 20 करोड़ की कमाई की। एक गंभीर विषय होने के बावजूद इसका कलेक्शन तेजी से बढ़ा, जो दर्शाता है कि पब्लिक अब कंटेंट को अहमियत देती है।

पब्लिक रिव्यू

“एक्शन के साथ-साथ दिमाग भी लगा।”

“फिल्म खत्म होने के बाद तालियाँ बजीं – यही असली जीत है।”

क्रिटिक्स रिव्यू

IMDb रेटिंग: 8.3/10

Rotten Tomatoes: 87% Fresh

Film Companion: “एक कंटेंट-ड्रिव कमर्शियल सिनेमा का आदर्श उदाहरण।”

भविष्य की झलक – क्या आएगा Raid 3?

फिल्म के अंत में एक रहस्यमयी कॉल आता है अमय पटनायक को – “अगला मिशन बिहार में है…”

यह दर्शकों को सीक्वल के लिए उत्साहित करता है। शायद ‘Raid 3’ में हम देखेंगे –

राजनेताओं की विदेश में जमा काली कमाई,

और अमय पटनायक की अगली रणनीति।

Conclusion – स्क्रिप्ट एंड नोट

“Raid 2 सिर्फ एक फिल्म नहीं है, ये एक सोच है। एक ईमानदार सोच, जो पूछती है – क्या हम सच का साथ देने को तैयार हैं?

इस फिल्म को देखना एक अनुभव है – जिसमें सिनेमा, समाज और सच्चाई तीनों की ताकत दिखाई देती है।”

 

अगर आपको यह ब्लॉग पसंद आया हो तो इसे शेयर करें, कमेंट करें और हमें बताएं –

आपकी नज़र में आज के समय में सबसे बड़ी रेड किस पर होनी चाहिए?

कमेंट में बताएं, और अपने सवाल पूछना न भूलें!

और हां – इस ब्लॉग को शेयर करना न भूलें ताकि और लोगों को भी सही जानकारी मिल सके।

 

Disclaimer – कृपया ध्यान दें कि इस लेख में कोई व्यक्तिगत विचार शामिल नहीं किए गए हैं और यहां कीमतें भी इंटरनेट के संबंध में परिवर्तन के अधीन हैं। प्रोडक्ट जिनकी सेल्स, सर्विस या किसी भी प्रकार के विवाद के लिए Anil Bhardwaj उत्तरदायी नहीं है।

Anil Bhardwaj

Anil Bhardwaj is a Singer and Writer. He was born on 2 December 1998 and his birthplace is Gohana, Haryana.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *