रोहित शर्मा की जीवनी (Rohit Sharma Biography in Hindi)
रोहित शर्मा की जीवनी (Rohit Sharma Biography in Hindi)

रोहित शर्मा की जीवनी (Rohit Sharma Biography in Hindi)
पूरा नाम: रोहित गुरुनाथ शर्मा
जन्म: 30 अप्रैल 1987
जन्मस्थान: नागपुर, महाराष्ट्र, भारत
उम्र: 37 वर्ष (2024 में)
उपनाम: हिटमैन
पेशा: भारतीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खिलाड़ी
भूमिका: ओपनिंग बल्लेबाज
बैटिंग स्टाइल: दाएं हाथ के बल्लेबाज
गेंदबाजी: ऑफ ब्रेक गेंदबाजी
कप्तानी: भारतीय वनडे और T20 टीम के कप्तान (वर्तमान में)
Highlights
- परिचय
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प्रारंभिक जीवन जन्म और परिवार
- शिक्षा और बचपन में क्रिकेट की शुरुआत
- घरेलू क्रिकेट करियर
- अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर
- ODI करियर
- T20 करियर
- टेस्ट करियर
- आईपीएल करियर
- कप्तानी करियर
- व्यक्तिगत जीवन
- रोहित शर्मा और समाज सेवा
- पुरस्कार और सम्मान
- रोचक तथ्य
परिचय
रोहित शर्मा, जिन्हें दुनिया “हिटमैन” के नाम से जानती है, भारतीय क्रिकेट टीम के एक प्रमुख और प्रतिष्ठित खिलाड़ी हैं। वह भारतीय टीम के सीमित ओवरों के प्रारूपों में कप्तान रह चुके हैं और टेस्ट क्रिकेट में उप-कप्तान के रूप में भी अपनी भूमिका निभा चुके हैं। रोहित शर्मा को उनके शानदार बल्लेबाजी कौशल, क्लासिक स्ट्रोक्स और बड़े स्कोर बनाने की क्षमता के लिए जाना जाता है। एक ओपनिंग बल्लेबाज के रूप में, उन्होंने भारतीय क्रिकेट को कई यादगार क्षण दिए हैं, जिसमें वनडे क्रिकेट में 264 रन की रिकॉर्डतोड़ पारी भी शामिल है।
प्रारंभिक जीवन जन्म और परिवार
रोहित शर्मा का जन्म 30 अप्रैल 1987 को नागपुर, महाराष्ट्र में हुआ। उनके पिता का नाम गुरुनाथ शर्मा है, जो एक ट्रांसपोर्ट फर्म में कार्यरत थे, और माता का नाम पूर्निमा शर्मा है, जो आंध्र प्रदेश से हैं। रोहित का परिवार बहुत साधारण था, और आर्थिक रूप से वे बहुत संपन्न नहीं थे। आर्थिक कठिनाइयों के कारण, रोहित को उनके नाना-नानी के पास दहिसर, मुंबई में पाला गया।
शिक्षा और बचपन में क्रिकेट की शुरुआत
रोहित ने अपने बचपन का अधिकतर समय मुंबई के बोरीवली में बिताया। उनका झुकाव बचपन से ही क्रिकेट की ओर था। उन्होंने अपने पहले क्रिकेट कोच दिनेश लाड से प्रशिक्षण प्राप्त किया, जो आगे चलकर उनकी क्रिकेट यात्रा के मुख्य मार्गदर्शक बने। रोहित के क्रिकेट टैलेंट को देखकर उनके कोच ने उन्हें स्वामी विवेकानंद इंटरनेशनल स्कूल में दाखिला दिलवाया, जहाँ क्रिकेट की अच्छी सुविधाएं थीं।
शुरुआत में रोहित एक ऑफ स्पिन गेंदबाज के रूप में खेले थे। लेकिन जब उनके कोच ने उनकी बल्लेबाजी प्रतिभा को पहचाना, तो उन्हें ऊपर के क्रम में बल्लेबाजी का मौका दिया गया। एक स्कूल टूर्नामेंट में शतक लगाने के बाद वे चर्चा में आए।
घरेलू क्रिकेट करियर
रोहित शर्मा ने 2005 में भारत के लिए अंडर-19 टीम में खेलना शुरू किया और 2006 में रणजी ट्रॉफी में मुंबई की तरफ से प्रथम श्रेणी क्रिकेट की शुरुआत की। 2006 में ही उन्होंने चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम में जगह बनाई, लेकिन उन्हें खेलने का मौका नहीं मिला।
2007 में उन्होंने आयरलैंड के खिलाफ T20 इंटरनेशनल में डेब्यू किया। इसके बाद दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उन्होंने 50* रन की महत्वपूर्ण पारी खेली, जिसने उन्हें टीम में स्थापित किया।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर
ODI करियर
रोहित शर्मा ने 23 जून 2007 को आयरलैंड के खिलाफ अपना वनडे डेब्यू किया। हालांकि, शुरुआती वर्षों में वे टीम में स्थायी जगह बनाने में सफल नहीं रहे।
उनका असली रूपांतरण 2013 चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान हुआ, जब कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी ने उन्हें ओपनर की भूमिका दी। रोहित ने इस मौके को पूरी तरह भुनाया और शिखर धवन के साथ एक बेहतरीन ओपनिंग जोड़ी बनाई।
इसके बाद रोहित ने कई महत्वपूर्ण पारियां खेलीं, जिनमें सबसे ऐतिहासिक रही 13 नवंबर 2014 को श्रीलंका के खिलाफ खेली गई 264 रन की पारी। यह आज भी वनडे क्रिकेट का सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर है।
ODI करियर की कुछ झलकियाँ:
वनडे में 3 दोहरे शतक लगाने वाले दुनिया के एकमात्र बल्लेबाज
एक विश्व कप (2019) में 5 शतक लगाने का रिकॉर्ड
भारत के लिए 10000+ वनडे रन बनाने वालों में शामिल
T20 करियर
रोहित ने T20 इंटरनेशनल में भी अपनी छाप छोड़ी। उन्होंने 2007 के T20 वर्ल्ड कप में महत्वपूर्ण योगदान दिया और भारत को चैंपियन बनाने में मदद की।
उन्हें T20 में सबसे तेज शतक (35 गेंद) बनाने का रिकॉर्ड भी मिला है और वे T20I में सबसे अधिक शतक (4) बनाने वाले खिलाड़ियों में से एक हैं।
टेस्ट करियर
टेस्ट क्रिकेट में रोहित का डेब्यू 2013 में वेस्टइंडीज के खिलाफ हुआ। उन्होंने अपने पहले ही टेस्ट में शतक लगाया। हालांकि, टेस्ट क्रिकेट में उनकी जगह स्थिर नहीं रही, लेकिन 2019 में जब उन्हें ओपनर बनाया गया, तो उन्होंने लगातार शानदार प्रदर्शन करते हुए खुद को साबित किया।
विशेष रूप से दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ में उन्होंने दो शतक और एक दोहरा शतक लगाकर अपनी उपयोगिता साबित की।
आईपीएल करियर
रोहित शर्मा इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में भी बेहद सफल रहे हैं। शुरुआत में वे डेक्कन चार्जर्स टीम का हिस्सा थे और 2009 में उन्होंने टीम को आईपीएल खिताब जिताने में मदद की।
2011 में वे मुंबई इंडियंस से जुड़े और 2013 में कप्तान बने। उनके नेतृत्व में मुंबई इंडियंस ने 2013, 2015, 2017, 2019 और 2020 में पांच बार आईपीएल का खिताब जीता — जो कि किसी भी कप्तान द्वारा सबसे अधिक है।
कप्तानी करियर
रोहित शर्मा को उनकी शांत और रणनीतिक सोच के लिए जाना जाता है। जब भी विराट कोहली उपलब्ध नहीं होते थे, तब रोहित ने कार्यवाहक कप्तान के रूप में भारत को कई T20 और ODI सीरीज में जीत दिलाई।
2021 में विराट कोहली के कप्तानी छोड़ने के बाद, रोहित को सीमित ओवरों की भारतीय टीम का स्थायी कप्तान बनाया गया। उनके नेतृत्व में भारत ने कई द्विपक्षीय सीरीज जीती और एक मजबूत टीम संयोजन बनाया।
व्यक्तिगत जीवन
रोहित शर्मा ने 13 दिसंबर 2015 को रितिका सजदेह से विवाह किया। रितिका पेशे से एक स्पोर्ट्स मैनेजर हैं और रोहित की अच्छी दोस्त भी रही हैं। दोनों की एक प्यारी बेटी है, जिसका नाम समायरा शर्मा है।
रोहित अपने पारिवारिक जीवन को बहुत अहमियत देते हैं और अक्सर सोशल मीडिया पर अपने परिवार के साथ तस्वीरें साझा करते हैं।
रोहित शर्मा और समाज सेवा
रोहित शर्मा क्रिकेट के अलावा सामाजिक कार्यों में भी भाग लेते हैं। वे जानवरों और पर्यावरण के अधिकारों की वकालत करते हैं। उन्होंने कई बार WWF इंडिया और PETA इंडिया जैसी संस्थाओं के साथ काम किया है। वे गैंडे, बाघ और समुद्री जीवन संरक्षण अभियानों का हिस्सा भी रह चुके हैं।
पुरस्कार और सम्मान
अर्जुन अवॉर्ड (2015) – भारत सरकार द्वारा खेलों में उत्कृष्ट योगदान के लिए
राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार (2020) – भारत का सर्वोच्च खेल सम्मान
ICC ODI प्लेयर ऑफ द ईयर (2019)
ICC T20 टीम ऑफ द डिकेड (2011–2020) में शामिल
रोचक तथ्य
रोहित शर्मा 4 अलग-अलग देशों (भारत, श्रीलंका, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया) में T20 शतक लगाने वाले पहले खिलाड़ी हैं।
उन्हें “हिटमैन” का उपनाम उनके आक्रामक खेल और लंबे-लंबे छक्कों के कारण मिला।
वे टेस्ट, वनडे और T20I — तीनों प्रारूपों में शतक लगाने वाले गिने-चुने खिलाड़ियों में से एक हैं।
रोहित को फुटबॉल और टेनिस भी बहुत पसंद है। वे राफेल नडाल और रियल मैड्रिड के बड़े फैन हैं।
निष्कर्ष
रोहित शर्मा सिर्फ एक नाम नहीं, बल्कि भारतीय क्रिकेट की उम्मीदों और प्रेरणाओं का प्रतीक बन चुके हैं। उनकी मेहनत, अनुशासन और मैदान पर शांत स्वभाव उन्हें एक सच्चे लीडर के रूप में प्रस्तुत करता है। उन्होंने जिस तरह कठिन परिस्थितियों में खुद को साबित किया, वह किसी भी युवा के लिए एक प्रेरणा है। आने वाले वर्षों में भी क्रिकेट प्रेमियों को उनसे बहुत उम्मीदें होंगी और वे अपने प्रदर्शन से भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों तक पहुँचाते रहेंगे।
Disclaimer – कृपया ध्यान दें कि इस लेख में कोई व्यक्तिगत विचार शामिल नहीं किए गए हैं और यहां कीमतें भी इंटरनेट के संबंध में परिवर्तन के अधीन हैं। प्रोडक्ट जिनकी सेल्स, सर्विस या किसी भी प्रकार के विवाद के लिए Anil Bhardwaj उत्तरदायी नहीं है।